पटना। बिहार के 38 जिलों के 114 सेंटर पर शुक्रवार को कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन शुरू हुआ। यह वैक्सीन के दूसरे फेज का ड्राई रन है। वैक्सीनेशन का ड्राई रन पटना के पीएमसीएच, एनएमसीएच, पारस और खगौल में किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक सभी जगहों पर 25-25 लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा रही है। बतादें कि कोरोना की वैक्सीन का इंतज़ार अब लगभग खत्म हो गया। सरकार ने कोरोना की दो वैक्सीन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रेजेनेका की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को इंमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी। इसके अलावा देश के कई राज्यों में इन दिनों वैक्सीन लगाने को लेकर ड्राई रन भी किया जा रहा है। शुक्रवार को भी देश के कई राज्यों में ड्राई रन किया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि अगले हफ्ते से देश भर में वैक्सीन लगने का काम शरू हो जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि उन्हें कोविड-19 टीके की पहली खेप जल्दी ही मिल सकती है और इसे लेने करने के लिए वे तैयार रहें। मंत्रालय 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इसको लेकर चिट्ठी भी लिखी।
जिन राज्यों में सबसे पहले कोरोना की वैक्सीन मिल सकती है वो हैं आंध्रप्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश और पश्चिम बंगाल। बाकी 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टीका उनके संबंधित सरकारी मेडिकल डिपो से मिलेगा। इनमें अंडमान निकोबार द्वीप समूह, अरूणाचलप्रदेश, चंडीगढ़, दमन और नागर हवेली, दमन और दीव, गोवा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, लक्षद्वीप, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, पुडुचेरी, सिक्किम, त्रिपुरा और उत्तराखंड शामिल हैं। कोरोना की वैक्सीन सबसे पहले देश के 1 करोड़ हेल्थ वर्कर्स को दी जाएगी। इसमें सरकारी और प्राइवेट दोनों हॉस्पिटल के कर्मचारी शामिल हैं। हेल्थ वर्कर्स को भी अलग-अलग कैटेगरी के तहत बांटा गया है। फ्रंटलाइन, ICDS, नर्स, सुपरवाइजर, मेडिकल ऑफिसर, पारामेडिकल स्टाफ, स्पोर्ट स्टाफ और स्टूडेंट। दूसरी खेप में केंद्र और राज्य सरकार के फ्रंटलाइन कर्मचारी होंगे। इसके बाद 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी।