पटना। बिहार में कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के दौरान आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवार की लड़कियों को काम दिलाने का झांसा देकर दिल्ली और मुम्बई जैसे महानगरों में देह व्यापार में ढकेला जा रहा है। यह सनसनीखेज ख्रुलासा राज्य के सीमांचल स्थित जिला किशनगंज से अगवा किशोरी को गुड़गांव में ब्यूटी पार्लर से बरामद करने के बाद हुआ। गुड्गांव पुलिस कार्रवाई करते हुए किशोरी को अगवा कर गुड़गांव ले जानेवाले अररिया निवासी आरोपी और ब्यूटी पार्लर संचालक को गिरफ्तार किया। किशोरी 21 दिसम्बर से गायब थी। 25 दिसम्बर को किशोरी ने परिवार को कॉल कर बताया था कि उसे नशा खिलाकर गुड़गांव लाया गया। यहां मारपीट और जान से मारने की धमकी देकर एक पार्लर में देह व्यापार के धंधे में लगा दिया गया। गुड़गांव में मानव तस्करी पर काम करने वाली संस्था शक्ति वाहिनी की मदद से पुलिस ने किशोरी को एक ब्यूटी पार्लर से मुक्त कराया।
31 दिसम्बर को किशोरी को मुक्त कराया गया। गुड़गांव पुलिस ने किशोरी को अगवा कर गुड़गांव ले जाने वाले अररिया के राम सागर कुमार और ब्यूटी पार्लर संचालक शबनम खातून को गिरफ्तार कर दोनों आरोपितों से पूछताछ कर रही है। राम सागर कुमार गांव में भोलीभाली लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर और बड़े सपने दिखाकर दिल्ली, हरियाणा जैसे शहरों में ले जाकर देह व्यापार के धंधे में लगा देता था। यही नहीं लड़कियों को बेच भी देता था। हालांकि पुलिस की पूछताछ के बाद पूरे मामले से पर्दा उठेगा। मुक्त कराकर किशोरी को सीडब्ल्यूसी के सामने प्रस्तुत किया गया। सीडब्ल्यूसी के सामने किशोरी ने अगवा करने और गैंगरेप की बात बतायी। फिलहाल किशोरी को बालिका गृह में रखा गया। किशोरी के माता-पिता और किशनगंज पुलिस को किशोरी के बरामद होने की सूचना दे दी गई। किशोरी के माता-पिता ने किशनगंज के कोठोबारी पुलिस थाने में पॉक्सो और रेप की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी। कोठोबारी पुलिस थानाध्यक्ष ने बताया कि जल्द ही एक टीम गुड़गांव जाएगी। एक और किशोरी नोएडा से बरामद की गई। भागलपुर के गोड़ादिहा से गायब 12 वर्षीय किशोरी तीन जनवरी को नोएडा से बरामद हुई। वह 10 नवम्बर से गायब थी।