बगहा। वाल्मीकि नगर से पटना की दूरी करीब 350 किमी है जिसे पूरा करने में 6 से 7 घंटे का वक्त लगता है लेकिन इस सफर के दौरान आपकी कार में अगर अजगर हो तो कैसा महसूस करेंगे। सुन के रोंगटे खड़े हो गए न लेकिन ये सच है जब एक अजगर कार के इंजन में सवार होकर पटना पहुंच गया और इस दौरान न तो कार में बैठे लोग और न ही उसके ड्राइवर को इसकी भनक लगी। पूरा वाकया बगहा से जुड़ा है।
दरअसल वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल दो के वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र से सटे रिहायशी क्षेत्रों में वन्य जीवों का आतंक काफी बढ़ गया। वाल्मीकिनगर भरियानी रिहायशी क्षेत्र निवासी रिटायर्ड शिक्षक मोहन प्रसाद श्रीवास्तव के कार के इंजन में एक अजगर सांप वन क्षेत्र से निकलकर प्रवेश कर गया। आवश्यक कार्य से जब कार मालिक पटना पहुंचे और उससे बाद कार की सर्विसिंग के लिए सर्विस सेंटर पर गए तो कार की बोनट खोलते मैकेनिक के होश उड़ गए। दरसअल कार खोलने पर मैकेनिक को 7 फीट का अजगर दिखाई पड़ा। गैरेज में सर्विसिंग से पहले जब इंजन चेक करने के लिए मिस्त्री ने बोनट खोला तो उसकी नजर अजगर पर पड़ी। अजगर को देखकर मिस्त्री ने शोर मचाना शुरू कर दिया और थोड़ी देर में पूरे गैरेज में अफरा तफरी मच गई। अजगर मिलने के बाद हड़कंप के बीच गैरेज के मालिक इसकी सूचना वन विभाग को दी। जिसके बाद वन विभाग के वन कर्मियों ने सूचना के उपरांत आकर सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। कार के मालिक मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि मेरी कार गैरेज के अंदर रहती है। गैरेज के अंदर प्रवेश कर अजगर सांप कार में ठिकाना बना लिया और इसकी खबर तक हम लोग को नहीं लगी। मैं अजगर को देखकर अचंभित हूं क्योंकि एक बड़ा हादसा टल गया। आगे से अब हमेशा निगरानी रखूंगा।