मोकामा विधानसभा सीट: बाहुबली अनंत सिंह का सालों से है दबदबा, हराना नहीं होगा आसान

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) को लेकर राज्य में सभी दलों ने कमर कस ली है. भले ही सीट शेयरिंग का मुद्दा एनडीए या महागठबंधन (Mahagathbandhan) के बीच न सुलझा हो लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं है कि हमेशा की तरह इस बार भी बिहार विधानसभा चुनाव दिलचस्प होने वाला है. 

बिहार में वैसे तो विधानसभा चुनाव में हर सीट की अपनी अलग अहमियत और दिलचस्प कहानी होती है लेकिन राज्य का एक सीट जिसपर पूरे देश की निगाहें टिकी होती हैं वो है मोकामा विधानसभा सीट (Mokama Vidhansabha Seat) . यह राज्य के सबसे हॉट सीट में एक माना जाता है. 

अनंत सिंह के सामने नीरज कुमार हुए धराशायी

यहां से दरअसल बाहुबली अनंत सिंह (Anant Singh) विधायक  हैं और कहना गलत नहीं होगा कि यहां इनका एकछत्र राज चलता है. अनंत सिंह का प्रभाव इस इलाके में ऐसा है कि 2015 विधानसभा में जेडीयू से मतभेद होने के बाद भी वो इस सीट से रिकॉर्ड मतों से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीते. यहां तक कि उनके सामने जेडीयू नेता नीरज कुमार को महज 35 हजार वोट मिले थे. 

क्या कहता है जातीय समीकरण

मोकामा विधानसभा सीट में हमेशा से दबंग छवि के नेता का दबदबा रहा है. इस क्षेत्र में भूमिहार वोटर्स की संख्या अधिक है. खुद अनंत सिंह भी भूमिहार जाति से ही आते हैं और ऐसे में उन्हें इसका फायदा भी मिलता है. इसके अलावा उनकी बाहुबली और दबंग छवि को लोग इस इलाके में पंसद करते हैं. इसी का नतीजा है कि निर्दलीय खड़े होने के बाद भी अनंत सिंह के सामने कोई टिक नहीं पाया.

इस बार क्या होगा समीकरण

अनंत सिंह एके-47 के मामले में फिलहाल जेल में बंद है. अनंत सिंह पिछले चार विधानसभा चुनाव से लगातार यहां से जीतते आ रहे हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि अनंत सिंह एक बार फिर यहां से चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, वो किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है. वहीं, किसी भी पार्टी ने भी अनंत सिंह के चुनाव लड़ने को लेकर अब तक कोई बयान नहीं दिया है. 

हराना नहीं होगा आसान

अनंत सिंह अगर इस बार विधानसभा चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें हराना आसान नहीं होगा. पार्टियों के लिए ये एक बड़ा सवाल होगा कि उनके सामने किसे खड़ा किया जाए. अगले कुछ दिनों में यहां की तस्वीर भी साफ हो जाएगी.